अँग्रेज़ी टाँग
हमारी एक महिला मित्र
संस्कारित उनका चरित्र
अँग्रेज़ी टाँग तोड़ने की लत
बातों में कई बार बिगाड़ी गत
एक बार मेरे दोस्त की शिकायत
दर्ज कराती सुनाई दास्तान
किशोर जी आपका दोस्त
मैंने पूछा गुस्सा कब तक जताओगी
या यो ही बेचारे को बेवफा बताओंगी
बोली मैं उम्र में बड़ी हू इसी लिये
मुझे इस बात पर आती हैं रिस
रोज मिलता हैं लेकिन
कभी नहीं करता हैं किस
एक दिन टिकट विण्डो पर
उनका यह कहना
भाई साहब जरा
जरा चोमू का स्टेम्प देना
कभी रेल के डिब्बे
उनके शब्दों में बॉक्स हो गये
हमारे लिये मजेदार जोक्स हो गया
एक दिन हमारे घर आयी
घरवाली से मेरी तकरार उसे नहीं भाई
तो दुनियादारी की बातें हमें समझाई
पति पत्नी का संबंध
जैसे गुलाब में छिपी हो सुगंध
जीवन रूपी गाड़ी में
प्यार का इंधन भरे
थोड़ा टायलेट किशोरजी आप
थोड़ा टायलेट भाभी आप करें
एक दिन उसे परेशान देखा
चेहरे पर थी चिन्ता की रेखा
मैंने पूछा मेडम
क्या टेशन नजर आ रहा है
बोली सुबह से ही उदर में
! हेड़क सता रहा हैं
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