महाराणा प्रताप के सम्मान में
शब्दों में सीमित हैं भाषा, कैसे में गुणगान करुँ
दुनियां भर में चर्चा हैं महाराणा के अभियान की
जननी जन्मभूमि के खातिर, हँसते-हँसते कष्ट सहे
स्वाभिमान चेतक से तुलना, रामभक्त हनुमान की
हल्दिघाटी की माटी तो, हर माथे का चन्दन हैं
गूंज रही कण-कण में गाथा, वीरों के बलिदान की
गौरवमय, गरिमामय, मित्रों, हमको हैं इतिहास मिला
भारत मां की गोदी पायी, तो रज राजस्थान की
किशोर पारीक" किशोर" कवित्त
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