किशोर पारीक "किशोर" की कविताओं के ब्लोग में आपका स्वागत है।
किशोर पारीक 'किशोर' गुलाबी नगर, जयपुर के जाने माने कलमकार हैं ! किशोर पारीक 'किशोर' की काव्य चौपाल में आपका स्वागत है।
सोमवार, सितंबर 20, 2010
अवधपुरी फिर से हुई, दौजख वाला द्वार,
अवधपुरी फिर से हुई, दौजख वाला द्वार,
चाहे किसकी जीत हो, चाहे किसकी हार
निर्णय चाहे जो रहे, हारेगा यह देश
राजनीती के मोलवी, पंडित वाला वेश शाला खोलो एक यहाँ, मत दो अपनी जान
मंदिर-मस्जिद से बड़ी,किलकारी मुस्कान