किशोर पारीक "किशोर" की कविताओं के ब्लोग में आपका स्वागत है।
किशोर पारीक 'किशोर' गुलाबी नगर, जयपुर के जाने माने कलमकार हैं ! किशोर पारीक 'किशोर' की काव्य चौपाल में आपका स्वागत है।
बुधवार, अप्रैल 14, 2010
में तुझे देख लूँगा
एक गांव के ऑफिस जाते पति को
आधुनिक पत्नी ने मारी
किस फ्लाईगं
कहा
सी यू इन ईवनिंग
सुनते ही
पति का चढ़ गया पारा
उसने भी जवाब दे मारा
धमकाती किसे हो
एक घुमा कर दूंगा
और तू मुझे क्या देखेगी
में तुझे देख लूँगा किशोर पारीक " किशोर"
किशोर सा'ब. आज फिर एक बार दिन उदासी के साथ शुरू हुआ. पर सवेरे-सवेरे ही आपके ब्लॉग पे नज़र चली गयी. कवितायें पढ़कर जी हल्का हो गया और मैं अनायास ही मुस्कुरा पड़ा. लगता है दिन अच्छा जाएगा अब.
बहुत खूब
जवाब देंहटाएंसही है
जवाब देंहटाएंमज़ाल है कि कोई मिस
see you की धमकी दे
ha ha :D:D
जवाब देंहटाएंhttp://dilkikalam-dileep.blogspot.com/
किशोर सा'ब. आज फिर एक बार दिन उदासी के साथ शुरू हुआ. पर सवेरे-सवेरे ही आपके ब्लॉग पे नज़र चली गयी. कवितायें पढ़कर जी हल्का हो गया और मैं अनायास ही मुस्कुरा पड़ा. लगता है दिन अच्छा जाएगा अब.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद,
अभिषेक.