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गुरुवार, अप्रैल 08, 2010

साजन एफ एम रेडिओ

निश-दिन तान सुनाये
मुझको  होले होले
अच्छी अच्छी बातें बोलें
जब चाहूं मुहं खोले
सुन सखी मुझको
ऐसे साजन की है
खोज
बोली सहेली, छोड़  तलाश पति की
जा एफ एम रेडिओ खरीद
उसे सुन रोज
मना मोज

किशोर पारीक"किशोर"

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