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गुरुवार, अप्रैल 08, 2010

मुक्तक : अंग्रेजों के इंडिया को, भारत में कब बदलोगे

कलकत्ता, मद्रास, बंबई, बदले कितने नाम
शुद्र स्वार्थ के खातिर, हम  सब करते ऐसे काम
अंग्रेजों के इंडिया को, भारत में कब बदलोगे
एक देश के दुनियां में, न देखे हैं दो नाम
किशोर पारीक"किशोर"

1 टिप्पणी:

  1. आज से हम सिर्फ भारत लिखेगें। क्या आप भी।पता लगाओ और कौन-कौन हमारा साथ देंगे

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