किशोर पारीक "किशोर"
पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
मुखपृष्ठ
▼
मंगलवार, अप्रैल 06, 2010
सरकारी अस्पताल
सरकारी अस्पताल
काव्य की कक्षा में
गुरूजी ने प्रश्न दागा
बताईये !
ज्यों-ज्यों दवा की
रोग बढता ही गया
समझाइये
एक होशियार
चेले के उत्तर पर
पूरी कक्षा ने
मुस्कराहट मारी
बोला सर !
लगता है
जहाँ
इलाज चल रहा है,
वह अस्पताल है
सरकारी !
किशोर पारीक" किशोर"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें