किशोर पारीक "किशोर"
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गुरुवार, अगस्त 27, 2009
गधे का चिंतन
गधे का चिंतन गजब होता हैं
मिठाई को देख कर रोता हैं
हे भगवान मेरी किस्मत भी हैं खोटी
काश यह मिठाई भी घास होती
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